मेंहदी लगाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
पी को रिझाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
बिंदिया लगाकर सजधज के बैठूँ
चंदा की चांदनी में चेहरा में देखूँ
सजना को अपने मनाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
मेंहदी लगाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
पूजा की थाली ले चौखट में झांकूँ
प्यारे से चंदा को खुल कर निहारूँ
सजना को अपने सजाओ सखियों आया चौथ का त्यौहार।
मेंहदी लगाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
जन्म जन्म तक साथ निभाऊँ
लम्बी उमर की दुआ मैं चाहूँ।
सजना को अपने हंसाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
मेंहदी लगाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
सजना है मेरे घर भर की रौनक।
बिन सजना के सूनी है बैठक
मिलजुल पर्व मनाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
मेंहदी लगाओ सखियों
आया चौथ का त्यौहार।
— निशा नंदिनी भारतीय