जनजीवन
आप अपने को
किसी के साथ
धारणाएँ लिए क्षरण के
प्रासंगिक-अप्रासंगिक
और उसके लिए यह भी
आगंतुक के साथ
एक ही दिन में
आगे बढ़ने से पहले
प्रतिक्रिया व्यक्त करने से
उत्तुंग के प्रसंगश:
आगे बढ़ने से
एक ही में समाहित,
सम्मोहित….
जीवन फलक के
रूपांतरित अवतारित ।
कल किसने देखा है ?
जिसने भी देखा है,
वह आदत से परे है,
रणसिंगार, धनसिंगार ।
….और भी कुछ
चलकर,
छलकर,
उछलकर,
रगड़कर,
बिछुड़कर,
बिगड़कर
और उनसे भी
आगे बढ़कर ।