प्रोफेसर कंठ
हिंदी में गणित अन्वेषण के क्रम में प्रो0 विनय कुमार कंठ सर से मेरी पहली मुलाकात हुई थी । उनके अध्ययनार्थी के साथ – साथ मैं सर जी द्वारा संपादित ‘ज्ञान विज्ञान’ और ‘झिलमिल जुगनूँ’ में लेखक और सम्पादन सहयोगी भी था । मेरे कई गणितीय आलेख इनमें छपा भी है । ‘ईस्ट एंड वेस्ट एजुकेशनल सोसाइटी’, नाला रोड, पटना के सम्प्रति सामान्य ज्ञान पढ़ा है और वहीं पत्रिकाओं के कार्यालय में जाकर प्रूफ़ भी किया है । पटना विश्वविद्यालय के प्राध्यापक रहे कंठ साहब ‘गणितज्ञ’ भी थे । उत्तर भारत के प्रख्यात शिक्षाविद और एतदर्थ उन्होंने कई पुरस्कार प्राप्त किए थे । माननीय नीतीश जी उनसे गाहे – बगाहे सलाह – मशविरा भी किया करते थे । पिछले सप्ताह ही पटना विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त शिक्षक प्रो0 सुरेंद्र स्निग्ध की पहली पुण्यतिथि रही । आज शुभदिन [25 दिसम्बर व क्रिसमस दिवस] को हमने कंठ साहब को खो दिया । दिल्ली पुलिस के पूर्व प्रमुख श्री आमोद कंठ उनके बड़े भाई हैं ।
आज भारत के प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी और पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि भी है, उन्हें आदरांजलि अर्पित करते हुए आदरणीय शिक्षक डॉ0 कंठ साहब को सादर श्रद्धांजलि !