भाषा-साहित्य

वसंती हवा हूँ

पत्रकार खुशवंत सिंह की पुण्यतिथि, उपन्यास ‘राग दरबारी’ की 50वीं वर्षगाँठ और कवि केदारनाथ सिंह की पुण्यतिथि ! केन (के=केदार, न=नाथ) नदी तट (मध्यप्रदेश) के कवि केदारनाथ अग्रवाल ने ‘वसंती हवा’ कविता लिखा था, वहीं चकिया (उत्तरप्रदेश) के कवि केदारनाथ सिंह को भारतीय ज्ञानपीठ सम्मान मिला था, तथापि मैं केदारनाथ अग्रवाल को चौथी कक्षा की हिंदी पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित उनकी कविता ‘वसंती हवा’ के मार्फ़त तब से ही जान रहा हूँ।

बाद के दिनों में केन जी पर ‘आजकल’ पत्रिका में ‘एक पत्र मेरी भी’ प्रकाशित हुई थी, किंतु केदारनाथ सिंह को बड़े कक्षाओं में जाना और उनसे प्रत्यक्षतः मिला भी हूँ। ‘हवा हूँ, हवा मैं, वसंती हवा हूँ ‘ के कवि का निधन पहले ही हो चुका है, वृद्धावस्था और बीमारी ने कवि केदारनाथ सिंह को लील लिया । प्रियजन का सदा के लिए चले जाना अत्यंत मर्मभेदी और दुखदायी होता है।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.