गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

हाल बन्दों का जान लेता है,
ख़ुदा जब इम्तिहान लेता है!
ख़ौफ़ दुश्मनों का है शायद,
मकां में वो  अमान लेता है!
चीखता  है  सन्नाटा  शहर में,
जान किसकी इंसान लेता है!
ज़मीं पे लड़खड़ाते हैं कदम,
और सर पे आसमान लेता है!
— मोहम्मद मुमताज़ हसन

मोहम्मद मुमताज़ हसन

पिता का नाम - डॉ मोहम्मद हसन जन्मतिथि -31 अगस्त जन्मस्थान - टिकारी शिक्षा/दीक्षा - टिकारी/गया लेखन - विगत दस वर्षों से अधिक समय से अनवरत लेखन कार्य में सक्रिय, लेखन/प्रकाशन- हिंदी साहित्य की गद्य एवं पद्य विधा और बाल साहित्य की अबतक लगभग 500 से अधिक रचनाओं का देश की विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशन,कई साहित्यिक वेबसाइटों में रचनाएं शामिल, पुस्तक - अब तक विचाराधीन विशेष- पटना से प्रकाशित होने वाले प्रमुख हिंदी दैनिक समाचार पत्रों यथा 'हिंदुस्तान', 'दैनिक जागरण', प्रभात खबर, राष्ट्रीय सहारा, आज,सन्मार्ग,नवभारत टाईम्स और जनसत्ता में सम सामयिक विषयों पर सैंकड़ों "पत्रों( छोटे लेख )" का प्रकाशन पुरस्कार/सम्मान - साहित्यनामा, सामयिकी, हम सब साथ साथ, प्रभात खबर, दैनिक वर्तमान अंकुर,उत्तरांचल उजाला, जैमिनी अकादमी, क़लम लाइव अकादमी बदलाव मंच ( अंतर्रा.) आदि सहित कई समाचार पत्रों द्वारा पुरस्कृत/सम्मानित ! सम्प्रति- लेखन, अध्ययन ऑफलाइन प्रबंधक -'बदलाव मंच' ( रा./अंतराष्ट्रीय संस्था ) अध्यक्ष - 'शब्दाक्षर' साहित्यिक संस्था,बिहार राज्य पता- द्वारा - डॉ मोहम्मद हसन रिकाबगंज, टिकारी, गया, बिहार -824236 ईमेल- [email protected] मोबा.-8271659903