काका के आधुनिक दीवाने
29 दिसंबर 1942 को जन्म लिए जतिन अरोड़ा उर्फ़ राजेश खन्ना ने कुल 180 फ़िल्मों और 163 फीचर फ़िल्मों में काम किया, 128 फ़िल्मों में मुख्य भूमिका निभायी, 22 में दोहरी भूमिका के अतिरिक्त 17 छोटी फ़िल्मों में भी काम किया। तीन साल 1969-71 के अंदर 15 सोलो हिट फ़िल्मों में अभिनय करके बॉलीवुड का सुपरस्टार कहे जाने लगे। उन्हें फ़िल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिये तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और 14 बार मनोनीत किया गया। बंगाल फ़िल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा हिन्दी फ़िल्मों के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी अधिकतम चार बार उनके ही नाम रहा और 25 बार मनोनीत किया गया। 2005 में उन्हें फ़िल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेण्ट अवार्ड दिया गया। राजेश खन्ना हिन्दी सिनेमा के पहले सुपर स्टार थे।1966 में उन्होंने आखिरी खत नामक फ़िल्म से अपने अभिनय की शुरुआत की। राज़, बहारों के सपने, आखिरी खत – उनकी लगातार तीन कामयाब फ़िल्में रहीं और बहारों के सपने पूर्णतः असफल हुई। उन्होंने 1966-1991 में 74 स्वर्ण जयंती फ़िल्में (golden jubilee films) की। उन्होंने 1966-1991 में 22 रजत जयंती फ़िल्में (silver jubilee films) किया। उन्होंने 1966-1996 में 9 सामान्य हिट फ़िल्म किया। उन्होंने 1966-2013 में 163 फ़िल्म किया और 105 हिट रहे (विकिपीडिया के अनुसार) । वे कांग्रेस के सांसद भी रहे, तो कला-संस्कृति मंत्रालय में भी रहे। वर्ष 2012 के 18 जुलाई को लम्बी बीमारी के बाद मृत्यु….. फ़िल्म ‘आनंद’ में उनके लिए संवाद- ‘ज़िन्दगी लम्बी नहीं, बड़ी हो’…. उनके लिए भी दुखांत, किन्तु सच साबित हुई । भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत ‘पद्म भूषण’ अलंकरण से सम्मानित किया। अभिनेत्री अंजू महेन्द्रू से भी उनके live in relationship लिए संबंध रहे, तो अभिनेत्री टीना मुनीम भी ! वहीं पत्नी अभिनेत्री डिम्पल कपाड़िया भी हिट फ़िल्म दे चुकी है । दोनों पुत्री ट्वींकल खन्ना और रिंकी खन्ना भी अभिनेत्री हैं । उनके दामाद अक्षय कुमार भी सुपर स्टार हैं ! माँ-बेटी सहित दामाद भी फ़िल्म-कार्य में अभी भी सक्रिय हैं। आखिरी खत, आराधना, कटी पतंग…. प्रमुख फिल्में हैं।