गीत/नवगीत

मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है?

देश के लिए समस्याग्रस्त किसान मुद्दा है,
सीमा पर मुस्तैद एक एक जवान मुद्दा है।
सबको समान शिक्षा और रोजगार मुद्दा है,
अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं की दरकार मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है?
कार्यालयों में घूसखोरी व भ्रष्टाचार मुद्दा है,
देशवासियों को ठगते नेता दागदार मुद्दा है।
विकृत राष्ट्रवाद व ढहता समाजवाद मुद्दा है,
मनुवादियों उत्पन्न घृणित जातिवाद मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है?
पांव पसारता पूंजीवाद,संप्रदायवाद मुद्दा है,
राजनीति में  खतरनाक व्यक्तिवाद मुद्दा है।
गलत नीतियों को सह देता पत्रकार मुद्दा है,
बिककर छपते प्रायोजित समाचार मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है?
राष्ट्रीय संपत्ति का होता निजीकरण मुद्दा है,
प्रदूषण तेजी से बढ़ाता शहरीकरण मुद्दा है।
नये कर्मचारियाें के लिए पुरानीपेंशन मुद्दा है,
समान काम के लिए समान हो वेतन मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है?
कामगारों को मिले न्यूनतम मजदूरी मुद्दा है,
योग्यता अनुसार मिले काम जरूरी मुद्दा है।
देश को कमजोर कर  रहा अलगाव मुद्दा है,
लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष हो चुनाव मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है ?
सड़क पर बेरोजगार घूमते नौजवान मुद्दा है,
देश में एक समान इज्जत व सम्मान मुद्दा है।
वहु-बेटियां में व्याप्त असुरक्षा के भाव मुद्दा है,
साफ सुथरे हों हमारे शहर और गांव मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है ?
जनता के प्रति उत्तरदायी रहे सरकार मुद्दा है,
जनतंत्र के लिए विपक्ष भी हो दमदार मुद्दा है।
वंचितों के लिए शिक्षण और आरक्षण मुद्दा है,
न्याय के लिए संविधान प्रदत्त वचन मुद्दा है।
मुद्दे अनेक हैं पर कैसे हो समाधान मुद्दा है ?
— गोपेंद्र कु सिन्हा गौतम 

गोपेंद्र कुमार सिन्हा गौतम

शिक्षक और सामाजिक चिंतक देवदत्तपुर पोस्ट एकौनी दाऊदनगर औरंगाबाद बिहार पिन 824113 मो 9507341433