भारतीय गर्वता
गर्व तो ‘भारतीय’ कहलाने में है,
न कि हिन्दू, मुसलमान,
सिख, ईसाई,
बौद्ध, जैन
या कथित ब्राह्मण,
कथित बनिये
या कथित शूद्र कहलाने में !
××××
कहलाने वाले
खुद से चलते हैं,
खुद चलते हैं,
ईश का नाम लेकर
जो वे बताकर गए हैं
वो उसपर न चलकर
पता नहीं,
किस आधार पर चलते हैं ?
इसलिए उनकेे लिए
आपकी बातें बेमानी है।
वे देशभक्ति को
चश्मा लगा कर देखते हैं
फिर भी वह रंग दिखता ही नहीं
जो आप दिखा रहे हैं।