मुस्कराते डॉक्टर
कभी खूब वर्षा, कभी रिमझिम बारिश ! कभी सूरजमल सेठ का आकाशी प्रहार !! कभी बिजली ऐसी कि पंखे से निकलती शीतल बयार । कभी बेडशीट ओढ़ती- ओढाती है । कभी बारिश से देह भींगती, ठंढक से शीतलता मिलती, तो गर्मी और उमसता पा देह व्याकुल हो जाते ! ऐसे में एक जीव बहुत खुश हो जाते हैं, ऐसे जीव घेर-घाड़ कर आपके रुपये ही निकालते हैं केवल ! सावधान, ऐसे जीव आपके आसपास ही होते हैं, उनकी घेराबंदी इतनी मजबूत होती है कि आप ही उनके पास खिंचे चले जाते हैं ! यह जुलाई-अगस्त महीना व सावन-भादो महीना उस जीव के लिए ही हैं, तो अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहिये और ऐसे जीव ‘डॉक्टर’ से कम से कम यह दो माह सावधान रहिये ! …. क्योंकि इस दो माह डॉक्टर ज्यादा ही मुस्कराते हैं !