असली सरोकार
नगर निकायों की संख्या बढ़ने से बिहार में शहरों की संख्या बढ़ेगी ! बिहार में नई सरकार और नए नगर विकास मंत्री उर्फ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने उम्मीद जगा दिया है कि अब बिहार शहरीकरण की तरफ न सिर्फ आगाज किया है, अपितु नगर और महानगर की तरफ कदम भी बढ़ा दिया है ।
हालाँकि यह कैबिनेट के फैसला है, तथापि नगर विकास मंत्रालय का दूरदर्शी सोच का नतीजा सुशासन का यह पैगाम है। 103 नए नगर पंचायत, 8 नए नगर परिषद, फिर 32 नगर पंचायतों को नगर परिषदों का दर्जा तथा 12 नगर निगमों के विस्तार से सरकार को राजस्व तो मिलेगी ही, साथ ही लोगों के जीवनस्तर में सुधार भी होगी।
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छपे कागजों पर नाश्ते खाने से होते हैं रोग । चौक-चौराहों पर नाश्ते की दुकान में नाश्ता छपा हुआ व अखबारी कागज़ पर दिया जाता है, जिनकी स्याही से बवासीर, जोंडिस, दश्त, कृमि इत्यादि रोग होते हैं। इसपर रोक संबंधी सुझाव मैंने भारत सरकार को भेजा था। पिछले दिनों भारत सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्ढा ने प्रेसवार्त्ता कर कहा–“दुकानदारों को खाद्य-सामग्रियाँ छपे अथवा अखबारी कागजों पर नहीं परोसने चाहिए।
इसपर सख़्ती से पालन के लिए नियमन बनाये जाएंगे, क्योंकि अखबारों में प्रिंटेड स्याही में कई खतरनाक रसायन मिले होते हैं, जिससे खाद्य-उपभोक्ता को कई खतरनाक बीमारी हो सकती हैं ।” इसलिए भोजन हेतु सखुआ पत्ता आदि को फिर से प्रचलन में लाया जाय, क्योंकि ऐसे पत्ते पर खाने से किसीप्रकार की बीमारी नहीं होने के वैज्ञानिक कारण हैं ।