नववर्ष 2021
संवाद– 1
आज स्कूल आने के
मेरे एसएमएस का जवाब
ना मुझे प्राप्त हुआ,
ना दादा को टेलीफोन..
इसलिए आपके आने को लेकर
कल की उदासी लिए था..
अंतिम संध्या
यानी गिला-शिकवा कायम..
सुंदर जवाब की अपेक्षा है,
टेक्निकल नहीं..
संवाद– 2
अभी पापा को दवा लाकर दी
और कहा कि मेरे पास
यही लास्ट थी..
तो पापा बोले-
जाओ, मर जाकर..
आज साल का अंतिम दिन
बहुत बुरा लगा
पापा का यह बोलना..
संवाद– 3
जब पापा ऐसे ही हैं,
तो बुरा नहीं मानते..
मेरी बातों को लेकर
सॉरी..
आनेवाले 2021 की
शुरुआत कीजिये,
मुझसे जो बन पड़ेगा..
करूँगा !