यह सत्ता रोग ‘कैंसर’ से भी खतरनाक है
राष्ट्रपति महोदयों को क्या हो गया है, जूनियर पद में आते जा रहे हैं ?
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ‘प्रधानमंत्री’ बने!
रूस के राष्ट्रपति रहते फिर ‘प्रधानमंत्री’ बने थे- व्लादिमीर पुतिन ! अब फिर राष्ट्रपति हैं !
भारत में एक समय प्रधानमंत्री देवगौड़ा जी प्रधानमंत्री बनने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनना चाह रहे थे !
बाबूलाल गौर, नारायण राणे, पनीर सेल्वम इत्यादि मुख्यमंत्री बनने के बाद उप-मुख्यमंत्री व राज्य के कैबिनेट मंत्री बन बैठे !
यह सत्ता रोग ‘कैंसर’ से भी खतरनाक है!