मैं हूँ न !
दूसरे नियोजितों से
कितनी अपेक्षा रखूँ ?
सभी अपने नहीं होते !
मैं हूँ….
जीवन में
बहुत आगे बढ़नी है….
दूसरों के कारण
अपने को कबतक
दुःखी करेंगे !
जब कोई रिजिड है,
तब क्या करते ?
तब आप सब के लिए
हड़ताल में जाना
ठीक नहीं होता !
मार्गदर्शन को छोड़कर
वो सुनते ही कहाँ हैं ?
चिंता नहीं कीजिये,
खासकर आप तो
चिंता मत कीजिये !
मैं हूँ न !
आज तो
आपकी आँखों में
आँसू देखे !
पर ऐसा क्यों ?
मैं हूँ न !