कहीं आपके बच्चे के साथ यौन शोषण तो नहीं हो रहा ?
ऐसी दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं कृपया अपने बच्चों पर ध्यान दीजिए ऐसी दुर्घटना के बाद बच्चे डर या शर्म से चुप्पी साध लेते है, इसीलिए उनके पैरेंट्स को इसके लक्षणों को समझना चाहिए जैसे कि–
1) नींद आने में समस्या होना या डरावने सपने आना |
2) नहाते समय या उचित समय पर अपने कपडे उतारने से डरना या हिचकिचाना |
3) अचानक से भाव बदल जाना या गुस्सा आ जाना |
4) यौन शोषण के बारे में बात करना या संकेत देना |
5) किसी पहचान के बड़े या बच्चे की मौजूदगी में जाने से डरना या छिपना |
6) एकदम से नए खिलोने या अन्य गिफ्ट्स मिलना |
7) खिलौनों के साथ यौन सम्बन्धी चीज़ों की नक़ल करना|
8) अपने आप में सीमित रहना या एकदम से बड़ों से नजदीकी बढ़ाना l
9) अपने आप को नुक्सान पहुँचानाl
10) बड़ों की भाषा का इस्तेमाल करना|
ये कुछ ऐसी बातें है जो ऐसे हादसे से जुड़ी हुई है ये कुछ ऐसे लक्षण है जिनको परिजन भांप ले तो बड़ी मुसीबत से बचा जा सकता है । समय बीतने के साथ बचपन की घटना भयंकर रूप ले सकती है| जैसे – हेल्थ प्रोब्लेम्स, डिप्रेशन,एंग्जायटी, रिलेशन शिप और सेक्सुअल प्रोब्लेम्स, ओबेसिटी, स्ट्रेस और पर्सनालिटी डिसऑर्डर
किसी भी तरह की अनदेखी या लापरवाही बच्चे का विकास रोक सकती है| साथ ही बच्चों को इस हिंसा से कुछ इस तरह बचाया जा सकता है –
1) अंगों के बारे में बताना – इस जानकारी से बच्चों को पता होता है कि उन्हें कोई उनके शरीर (खासकर गुप्तांगों) को नहीं छू सकता है|
2) यह बताना कि कई अंग निजी होते है – बच्चों को यह बताना ज़रूरी है कि टांगों के बीच में, पीछे और छाती में उनके माता-पिता के अलावा कोई और उन्हें बिना कपड़ो के नहीं देख सकता या उनकी निगरानी के बिना वह छू नहीं सकता|
3) बच्चों को यह भी बताना ज़रूरी है कि अपने बदन के बारे में संकोच महसूस करना सही नहीं है|
5) बच्चों को बताएं कि कोई भी उनके निजी-अंगों की फोटोग्राफ नहीं ले सकता और न ही कोई उनको यह फोटो दिखा सकता है |
6) बच्चों को ये भी समझाना ज़रूरी है कि इसतरह से अंग छूने से गुदगुदी हो सकती है या हो सकता है कि दर्द न हो, इसका यह मतलब नहीं की यह छूना जायज है|
ये सभी कुछ ऐसी बातें हैं जिससे हम अपने बच्चे को बाल यौन शोषण का शिकार होने से बचा सकते हैं| हालाँकि शारीरिक निशान आम बात नहीं है| फिर भी निशान जैसे की गुप्तांगों पर लाली, खरोंच, सूजन, अगर बच्चे को हों तो इनके होने के कारणों के तह तक जाएँ।
अगर आप का बच्चा बड़ों की तरह बर्ताव करने लगे जो उसके उम्र के अनुरूप ना हों तो भी सतर्क हो जायें। पर एक बात यह भी ध्यान रखें कि कुछ बच्चों में आपको यौन शोषण से सम्बंधित कोई भी लक्षण नहीं मिलेंगे।
— सारिका “जागृति”