नहीं थे सच्चा प्रेम !
शाहजहाँ और मुमताज़ में कभी प्रेम-संबंध नहीं थे! दोनों अय्याशी थे और आकंठ विलासिता में डूबे थे ! शाहजहाँ की 9 पत्नियाँ थी, जिनमें एक मुमताज़ भी थी । शाहजहाँ हिन्दू माता की संतान थे, तो उनके पिता जहाँगीर भी हिन्दू माता की संतान थे! अगर किसी एक से प्रेम है तो 9 पत्नियाँ क्यों? वैसे मुमताज के 4 पति थे, इनके अलावे उनकी कई यार भी थे! वे रंगीन किस्म की महिला थी, जो सिर्फ शाहजहाँ की तरफ से ही 14 बच्चों की माँ थी और 14वीं संतान के प्रसव के समय ही मुमताज़ की मौत हो गई थी, मौत के तुरंत बाद ही मुमताज़ की बहन से शाहजहाँ ने शादी कर लिये! क्या एक-दूसरे के प्रति यही सच्चा प्यार है । इतना ही नहीं, शाहजहाँ के शारीरिक-संबंध उनकी बेटी से भी थी! काजियों ने इसपर शाहजहाँ को क्लीन-चिट दिए थे कि जो फसल बोयेगा, काटेंगे वही न !