सहयोग के लिए अलग-अलग उद्धरण
21 जनवरी 2018 को पूरे बिहार में ‘बाल विवाह और दहेज लेने -देने’ के विरुद्ध जन -अभियान के तहत सर्वाधिक लम्बा ‘मानव शृंखला’ (Human Chain) अपराह्न के आरंभ में लगेगी, इस परिप्रेक्ष्य में मैंने भी पोस्टकार्ड, कागजी स्लोगन -वितरण, cell SMS, व्हाट्सएप, FB पर संदेश को लिए लाखों की संख्या में दिसम्बर ’17 से प्रसारण और प्रेषण कार्य किया है।
सहयोग करने के सबके अलग -अलग मंसूबे होते हैं ।
21 जनवरी 2017 को बिहार में लगे ‘मानव शृंखला’ को लेकर ‘लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स’ के 2018 संस्करण के पृष्ठ सं. 10 में उसे ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के तौर पर प्रकाशित किया है।
इसी रिकार्ड्स बुक के इसी संस्करण में मेरे परिवार के कई सदस्य शामिल हैं। मुझे भी आप पृष्ठ सं. 28 में पढ़ सकते हैं ।
ध्यातव्य है, मैंने 25 वर्षों की मेहनत लिए तिनका -तिनका इकट्ठे कर 45 से ऊपर नामधारक अखबारों से 5,92,500 (पाँच लाख 92 हजार 500) अखबारी कतरनें इकट्ठे किए, जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड लिए Most Newspaper Clippings शीर्षक से छपा है।
21 जनवरी के ‘मानव शृंखला’ के लिए यही कहना है- “ज्ञान पंचमी से 1 दिन पूर्व बाल -विवाह और दहेज को निषेध कर आपस में हाथ मिलायें और माँ शारदा से आशीर्वाद पायें ! ” यह अभियान किसी सरकार के नहीं, अपना है, हमारे हैं।
लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स 2019 में ‘बिहार मानव शृंखला’ लिए मेरे ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ यानी पुनश्च- 21 जनवरी 2018 को पूरे बिहार में ‘बाल विवाह और दहेज लेने -देने’ के विरुद्ध जन-अभियान के तहत सर्वाधिक लम्बा ‘मानव शृंखला’ (Human Chain) अपराह्न के आरंभ में लगी थी।
इस परिप्रेक्ष्य में मैंने भी पोस्टकार्ड, कागजी स्लोगन वितरण, मोबाइल SMS, व्हाट्सएप, FB पर संदेश को लिए लाखों की संख्या में दिसम्बर ’17 से प्रसारण और प्रेषण कार्य किया, जिनके लिए मेरे नाम यह रिकॉर्ड Limca Book of Records 2019 में Most messages for Bihar Human Chain का शीर्षक लिए दर्ज हुई ।