धन्यवाद है तेरा मेरे भोले जी
धन्यवाद है तेरा मेरे भोले जी, काम संवारा मेरा मेरे भोले जी
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
1.मुझको तो जब कहीं सहारा मिला नहीं हे स्वामी
तुम ही सहारा बनकर आए मेरे अंतर्यामी मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
2.तेरे दर पर जब आई तब छाई थी खुशहाली
ऐसा लगा खिली है मेरी खुशियों की फुलवारी मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
3.तुमने ही सब काम बनाए सोए भाग जगाए
अपनी लगन लगाकर मेरे मन में आन समाए मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
4.मेरी तो नैय्या भी तू है तू ही प्रभु खिवैया
तू ही है पतवार-किनारा भव से पार लगैया मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
5.तुम ही लाज बचाते रहना काम बनाते रहना
अपने चरणों की रज दे निज नाम जपाते रहना मेरे भोले जी-
जय-जय-जय मेरे भोले जी, जय-जय-जय मेरे भोले जी-
(तर्ज़- फुल्लां दी बहार राती आयो ना——–)
लीला तिवानी की प्रकाशित पुस्तक श्री हरि भजनामृत से