कविता

अनूप साहित्यरत्न

परिषद ने

1957 में

उनके उपन्यास

रक्त और रंग’ के प्रसंगश:

‘बिहारी ग्रंथ लेखक पुरस्कार’

और 1981 में

‘वयोवृद्ध साहित्य सम्मान’

प्रदान किया ।

शनै: – शनै: हो रहे

कमजोर शरीर

और बढ़ती बीमारी के कारण

उन्होंने ‘प्रकाशनाधिकारी’ पद से

1963 में

त्यागपत्र दे दिए

और सामाजिक सरोकारों से

जुड़ गए,

इसी क्रम में

अपने गांव (अब प्रखंड) समेली में

‘प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र’ की

स्थापना में

अनूपजी की

अविस्मरणीय भूमिका रही,

जिनमें ग्रामीण

डॉ0 विहोश्वर पोद्दार जी ने

चिकित्सीय सहयोग दिए थे ।

मृत्यु भी गाँव में हुई थी ।

तब ज्येष्ठ पुत्र सतीश सहित

सुवोध और प्रबोध भी वहीं थे ।

बेटी, पोते-पोती,

नाती-नतिनी के

भरे-पूरे परिवार

छोड़कर कि-

“बड़ी रे जतन सँ

सूगा एक हो पोसलां,

सेहो सूगा उड़ी

गेल आकाश ।”

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.