मुक्तक/दोहा पथिक उषा सोलंकी 14/03/202117/03/2021 मुश्किलों से न डर,लड़ पथिक, हौसला रख,आगे बड़ पथिक, क्यूं मायूस हुआ बैठा है डगर में, सफर रूहानी कर पथिक,