राष्ट्रीय मेधा-दिवस
पहलीबार
देशवासियों द्वारा,
तो दूसरी बार
भारत सरकार द्वारा।
देश के सबसे मेधावी छात्र,
जो दो-दो बार ‘भारत रत्न’,
क्योंकि
यह अलंकरण
मिलने से पहले ही
वे ‘देशरत्न’ भी रहे,
साथ ही
भारतीय संविधान की
निर्मात्री सभा के
एकमात्र पूर्णकालिक अध्यक्ष,
देश के प्रथम राष्ट्रपति,
देश के सर्वाधिक समय तक
राष्ट्रपति रहे
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की
जन्मतिथि
और पुण्यतिथि में
सार्वजनिक अवकाश
नहीं रहती,
किन्तु उनकी जन्मतिथि पर
राष्ट्रीय मेधा-दिवस के रूप में
मनाए जाते हैं ।
उनके अतुलनीय मेधावी
रहने के कारण ही
यह दिवस
मनाये जाते हैं।