कविता

रंग का खर्च

होली के अवसर पर
एक नेता जी ने
समर्थकों को समझाया,
राज की बात बताया।
होली पर जी भरकर
हुड़दंग कीजिए,
मेरी तरह आप भी
कीचड़ उछालिए
और रंग का खर्च बचा लीजिए।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921