कविता क्या है
कविता आखिर है क्या
खुद के अंदर घुमड़ते
भावों का उदगार
जो अंकित हो जाते है
कागज के पन्नों पे
बनकर शब्द
जिसमें शामिल होती हैं
संवेदनाएं
प्यार
गुस्सा
करुणा
दया
क्रोध
ममता
कविता आखिर है क्या
खुद के अंदर घुमड़ते
भावों का उदगार
जो अंकित हो जाते है
कागज के पन्नों पे
बनकर शब्द
जिसमें शामिल होती हैं
संवेदनाएं
प्यार
गुस्सा
करुणा
दया
क्रोध
ममता