राम मानस कविता
राम तेरी महिमा है अनोखी,
बचपन से सुनी है तेरी कहानी।
वीरता की मिशाल है राम,
मर्यादा के ढाल है राम।।
माता-पिता के दुलारे है राम,
हनुमान जी के दिल मे है राम।
भाइयों के विश्वास है राम,
पुत्रों के सम्मान है राम।।
दुष्टों के विनाशज है राम,
गुरुओं के आज्ञाकारी है राम।
जगत के पालनहार है राम,
दीन दुःखी के प्राणहार है राम।।
समुद्र जैसी गहराई है राम,
मानवता की दीवार है राम।
घर घर में पूजनीय है राम,
पूर्ण जगत के पिता है राम।।
— इंजी. सौरभ पांडेय