कविता

राम मानस कविता

राम तेरी महिमा है अनोखी,
बचपन से सुनी है तेरी कहानी।

वीरता की मिशाल है राम,
मर्यादा के ढाल है राम।।

माता-पिता के दुलारे है राम,
हनुमान जी के दिल मे है राम।

भाइयों के विश्वास है राम,
पुत्रों के सम्मान है राम।।

दुष्टों के विनाशज है राम,
गुरुओं के आज्ञाकारी है राम।

जगत के पालनहार है राम,
दीन दुःखी के प्राणहार है राम।।

समुद्र जैसी गहराई है राम,
मानवता की दीवार है राम।

घर घर में पूजनीय है राम,
पूर्ण जगत के पिता है राम।।

— इंजी. सौरभ पांडेय

सौरभ पांडे

पुत्र- केदारनाथ पाण्डेय ग्राम- बैरघाट (रामगंज) अमेठी (उo प्रo) योग्यता- बीटेक (एजीo) मोo- 9795988674 2308/9 ओम नगर जिला सुल्तानपुर (उत्तरप्रदेश) फोन व व्हाट्सएप -7007019010 ईमेल- pandey.saurabh148@gmail.com