होली के रंग कवियों के संग प्रभा श्री एवं काव्य गोष्ठी में
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रविंद्र शर्मा जालौन से, मनोज श्रीवास्तव लखनऊ, वरुण चतुर्वेदी जयपुर, रवि शुक्ल बीकानेर, जयकृष्ण चांडक हरदा, सेगीतकार हेमन्त श्रीमाल, उज्जैन बसंत शर्मा जबलपुर (म.प्र.), निर्भय नारायण गुप्त ‘निर्भय’ लखनऊ, विवेक बरसैंया (गीतकार) गुरसराय, झाँसी (उ०प्र०), डाँ शशि तिवारी आगरा, नीलम कश्यप शहडोल, शशि पाधा न्यूयार्क, सुषमा मल्होत्रा न्यूयार्क, प्रतिज्ञा गुप्ता गुरसराय झांसी, विनीता तिवारी वर्जीनिया यू एस ए ., आस्था नवल वर्जीनिया यू एस ए।
तत्पश्चात मंच संचालिका प्रियंका अग्निहोत्री “गीत” (काशी) ने एक होली गीत प्रस्तुत किचा और वाहवाही लूटी। आखिर में वरिष्ठ साहित्यकार पुष्पा अवस्थी “स्वाती” (मुंबई) ने सभी के आग्रह पर एक होली गीत सुनाया जो सभी ने बहुत पसंद किया, तत्पश्चात पुष्पा अवस्थी “स्वाती”ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये तालियों के बीच कार्यक्रम का समापन किया ।