क्षणिका

सरकारी सेवक और अन्य क्षणिकाएँ

किसी तरह की
‘वायरस’ की
आजतक स्थायी
कोई दवा नहीं बनी है
चाहे वो डेंगू वायरस हो,
चिकनगुनिया हो,
एचआईवी हो
या कोरोना वायरस हो !
टीका खाने की चीज नहीं,
लगाने की है !
××××
मैं इसलिए लिखता हूँ,
ताकि शब्दों की
ताकत को
पहचान सकूँ !
आप तो पति को
ऑफ़िस भेजने
और बच्चों के
टिफ़िन भरने की ही
तैयारी करतीं !
××××
2014 में चायवाले !
2019 में चौकीदार !
फिर ‘च’
मेरे चा.चौ. जी,
यह कर्म के प्रति
आपके अथाह
समर्पण ही है न !
××××
गाँवों में लोग
अब भी यही समझते हैं,
भाजपा और काँग्रेस
अमीरों की पार्टी है,
कम्युनिस्ट वहीं
गरीबों की पार्टी है?
××××
तेरहवां साल भी
बिहार के
नियोजित शिक्षकों की
तेरहवीं जारी!
नियुक्ति के तेरहवें साल भी
सेवाशर्त्त नहीं बना
और वे नहीं हैं
‘सरकारी सेवक’ !
××××

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.