किलकारी सम्मान विजेत्री
शिक्षा विभाग अंतर्गत वर्ष 2013 में सिर्फ़ 6 माह में 10 नियुक्ति – पत्र (Appointment Letters) प्राप्त हुई, जिसे एक अनूठा ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ मान इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया, मार्वेलस रिकार्ड्स बुक, असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, रियल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, इंडियन टैलेंट्स आर्गेनाइजेशन, बिहार बुक ऑफ रिकार्ड्स इत्यादि ने 2017-18 संस्करण हेतु जगह दी हैं।
सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के अंतर्गत केंद्रीय सूचना आयोग (C.I.C.) में ‘द्वितीय अपील’ वाद (case) दायर करनेवाली भारत की पहली महिला हैं। इसतरह से पहली महिला आरटीआई एक्टिविस्ट भी हैं। आल इंडिया रेडियो के एक कार्यक्रम ‘पब्लिक स्पीक’ में इनकी शोध ‘प्लास्टिक बग’ की विशद चर्चा- परिचर्चा।
सुश्री अर्चना ने इतिहास में भी रिसर्च की हैं, वे सिंधु घाटी सभ्यता से प्राप्त ‘अबूझ चित्रलिपि’ को वे फख़्त सांकेतिक-सन्देश भर मानती हैं, न कि किसी पढ़नेयोग्य लिपि की अबूझ-पहेली !
अन्य ‘रिकॉर्ड’ स्थापित को लेकर वे गर्दन की सहायता के बगैर घंटों अपनी सिर को 180 डिग्री के विन्यसत: नचा सकती हैं, तो हाथ की मध्यमा अँगुली के जोड़ की संधिस्थल लिए घंटों लगातार अँगुली चटका सकती हैं। हर सप्ताह किसी न किसी समाचार पत्रों में संपादक के नाम इनके पत्र प्रकाशित।