हम आपके हैं कौन ?
मैंने एक पोस्ट किया….. ‘हम आपके हैं कौन?’
उत्तर में एक भी लाइक नहीं !
हाँ, एक बंधु कुमार गौरव धर्मा का जवाब यह आया-
‘गुरुवर, मेंस पर ध्यान दीजिए और हमारे अपने गांव का नाम रोशन कीजिए । आप जैसे महानुभाव से उम्मीद है!’
मेरा काउंटर कमेंट पढ़ने लायक हो अथवा नहीं, किन्तु देखने लायक जरूर है-
‘धर्मा जी ! रोशन तो चिराग से है और अब हर घर बिजली है ! रही बात ‘मेंस’ की, तो यह स्त्रीलिंग की महत्वपूर्ण प्रक्रिया हैं!’
जवाब जो हो, पर हाजिरजवाबी जरूर थी !