कविता

कोरोना को भगाएंगे

कोरोना को भगाएंगे
कोरोना की फिर से बढ़ने लगी है मार
नेता भीढ़ जुटाते जा रहे
कोई लगाम नहीं
आम आदमी पर नियमों की मार
अपना वोट साधने को
समर्थन जुटाने में कोई परहेज नही
बस इंतजार है कब इनकी मुट्ठी में
आ जाए वोटर सब्जवाग दिखा रहे
काम हुआ नहीं लाॅकडाउन की
तलवार जनता के सिर पर
लटक जाएगी फिर कहानी दुहराई जाएगी
मीठे मीठे भाषण दे कर
मन की बातों से जनता को रिझाएंगे
अपनी ढफली बजाएंगे
कोरोना इनका फैलाया
भीढ़ से जुटाया
जनमानस में फैला के
मास्क लगवाएंगे दूरी बनवाएंगे
तब तक देर हो चुकी होगी
फिर सारा तंत्र लगा के
अपनी कमियां छुपाने को
कोरोना को भगाने में जोर लगाएंगे
— शिव सन्याल

शिव सन्याल

नाम :- शिव सन्याल (शिव राज सन्याल) जन्म तिथि:- 2/4/1956 माता का नाम :-श्रीमती वीरो देवी पिता का नाम:- श्री राम पाल सन्याल स्थान:- राम निवास मकड़ाहन डा.मकड़ाहन तह.ज्वाली जिला कांगड़ा (हि.प्र) 176023 शिक्षा:- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा लोक निर्माण विभाग में सेवाएं दे कर सहायक अभियन्ता के पद से रिटायर्ड। प्रस्तुति:- दो काव्य संग्रह प्रकाशित 1) मन तरंग 2)बोल राम राम रे . 3)बज़्म-ए-हिन्द सांझा काव्य संग्रह संपादक आदरणीय निर्मेश त्यागी जी प्रकाशक वर्तमान अंकुर बी-92 सेक्टर-6-नोएडा।हिन्दी और पहाड़ी में अनेक पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। Email:. [email protected] M.no. 9418063995