चलो तो सही दो कदम
चलो तो सही दो कदम, ओ मेरे मन मीत।बिना कर्म के है नहीं, मिले कभी भी जीत।। कर्मशील ही साधना,
Read Moreचलो तो सही दो कदम, ओ मेरे मन मीत।बिना कर्म के है नहीं, मिले कभी भी जीत।। कर्मशील ही साधना,
Read Moreभारत मां का रूप निराला, आभा इसकी निराली है।बर्फ से ढके पहाड़ इस के, नदियों से हरियाली है। किसान करते
Read Moreप्रेम दिखावा मात्र, छल कपटी इंसान है यहाॅं।संस्कार सब भूल रहे, नहीं धर्म ईमान है यहाॅं।मानव रहा कहाॅं? अब दानव
Read Moreतस्वीर के रंगों की तरह,यह धरती रंगी अजूबा है।चित्रकार है एक खुदा ही उस के सिवा न दूजा है।हिंदी मुस्लिम
Read Moreमधुर मनोहर रूप है, सुंदर मेरे श्याम।देख नयन पुलकित हुए, लगा सुखद अभिराम।।मधुर मनोहर श्याम जी, जग के पालनहार।दया करो
Read Moreन कहना अलविदा ,इस बीते साल को याराकोसना कभी नहीं दिल से बदहाल को यारा जो बीत गया उस को
Read Moreख़ामोश थी तन्हाई मेरी बुझा जख़्म दुखाया आपने।इश्क कहूॅं या मुहब्बत कहूॅं कैसा रोग लगाया आपने।। बैचेन रहा दिल यह
Read Moreपरख पारखी की खरी, चुन चुन करें बखान।कीचड़ से मोती चुने, हीरे के गुण जान।। खोट भरा कितना कहाँ, जाने
Read Moreजीवन पथ का हूं मुसाफिर,लक्ष्य मेरी मंज़िल है।मौत आ जाने से पहले, लक्ष्य करना हासिल है।सुगम नहीं पथ जीवन का,
Read Moreहर बूंद कहती हैं कहानी,आंखों से बहता जब पानी।मिलती है जीवन में हानी,व्यथा मनकी किसने जानी।हाल बेहाल है जब होता,
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