मुक्तक/दोहा

बाॅंटो दिल से प्यार

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,       ऐसे उठिये आप।

मन से कसरत कीजिए ,    करो नहा के जाप।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों, करो शत शत प्रणाम।

वर  मांगो उस  ईश  से,  करिये नित शुभ काम।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,     करें जग में प्रकाश।

अपने तुम शुभ कर्म से,         करो पाप का नाश।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,        हरता सब अंधेर।

अपने   ही   सद्भाव   से ,      दुर्जन के मन फेर।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,     करें पुलकित शरीर।

चलो करें  शुभ कर्म को,         बन जाए तकदीर।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,      चिड़ियां गाती गान।

शीश झुकाओ ईश को,        गाओ प्रभु गुणगान।।

उगता हर दिन सूर्य ज्यों,       बहती  सर्द  बयार।

शीतल मन तुम भी करो,      बाॅंटो दिल से प्यार।।

— शिव सन्याल

शिव सन्याल

नाम :- शिव सन्याल (शिव राज सन्याल) जन्म तिथि:- 2/4/1956 माता का नाम :-श्रीमती वीरो देवी पिता का नाम:- श्री राम पाल सन्याल स्थान:- राम निवास मकड़ाहन डा.मकड़ाहन तह.ज्वाली जिला कांगड़ा (हि.प्र) 176023 शिक्षा:- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा लोक निर्माण विभाग में सेवाएं दे कर सहायक अभियन्ता के पद से रिटायर्ड। प्रस्तुति:- दो काव्य संग्रह प्रकाशित 1) मन तरंग 2)बोल राम राम रे . 3)बज़्म-ए-हिन्द सांझा काव्य संग्रह संपादक आदरणीय निर्मेश त्यागी जी प्रकाशक वर्तमान अंकुर बी-92 सेक्टर-6-नोएडा।हिन्दी और पहाड़ी में अनेक पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। Email:. Sanyalshivraj@gmail.com M.no. 9418063995