नज़रों में समा गये हो तुम
नज़रों में समा गये हो तुम,बन के ख्वाब आ गये हो तुम। नहीं होश में रहा यह दिल, एक नशा
Read Moreनज़रों में समा गये हो तुम,बन के ख्वाब आ गये हो तुम। नहीं होश में रहा यह दिल, एक नशा
Read Moreजाग उठो न कर विलंब,नवभोर है उल्लास की। प्रण करो नव साल में, दृढ़ आत्म विश्वास की। रह गये हैं
Read Moreढलती रात में धीरज धरो,इक नया सवेरा लाएगा। बीत जाएगा आज है कल ,अतीत बन के आएगा। ढलती रात में
Read Moreचले पुरवैया है मेघ घुमड़ के हरित सिंचित भूतल लाए। चेतन जीव शून्य होता,अगर तुम न होते कौन जल लाए।
Read Moreगोलू अपनी पढ़ाई कर रहा था। मम्मी नहा धो कर आई अपने बेटे गोलू से बोली बेटा गोलू यह लो
Read Moreबदल रहा मौसम हर बार आहिस्ता आहिस्ता। दे रही है अब कुदरत मार आहिस्ता आहिस्ता। रहा था मोल दुनियां में
Read Moreथोड़े जज़्बात थोड़ी गुफ़्तगू से दिल मचलता है। दो घड़ी पास बैठ जाने से ही सुकून मिलता है। हसरत भरी
Read Moreभारत की बेटियों की आबरू क्यों बाजार हुई। दरिंदों के हाथों क्यों है आज बेटियां लाचार हुई। चीरहरण फिर से
Read Moreटक टक चलती कुल्हाड़ियां, छू छू करता आरा बेकसूर वृक्षों को काटे जा रहा था। चहुँ और भयावह नजारा था।
Read Moreधरती प्यासी अंबर निहारे, आओ कहां हो मेघा रे। कई दिनों से आस ले बैठी, मुखड़ा न तेरा देखा रे।
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