कविता

चाहकर भी प्यार न होगा !

मेरे पास
न्यूज़ सुनने के लिए
सिर्फ़ रेडियो है ।
ब्लैक एंड व्हाइट
टीवी है,
पर तीन सालों से
खराब है ।
चार अखबारें
आती थी,
आज भी नहीं आई ।
××××
बिहार के
नियोजित शिक्षकों को
अबकी ‘चिराग’ पर
ध्यान देने चाहिए,
‘दीये’ पर नहीं !
अब तो
किरासन भी
नहीं मिलती,
लालटेन का
आसरा नहीं !
××××
समय
और
सफलता
आपके सेवक हैं,
स्वामी नहीं !
××××
20 मार्च को ही
माँ ने खरीदी थी,
इतने दिन
बिल्कुल
भली-चंगी ही
निकली….
शाम से पहले खाया
तरबूज !
××××
अबतक
जो भी
दोस्त मिले,
बेवफ़ा मिले !
××××
हँस मत पगली….
अभी लॉकडाउन है,
चाहकर भी
प्यार न होगा !
××××
अबकी कोई उम्मीदवार
घर पर वोट माँगने
नहीं आये हैं,
माँ ने कहा-
इनसे पहले के
चुनाव में
पैर छूकर
माफी माँगते थे,
तो अबकी
नोटा तय !
××××

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.