स्वास्थ्य

कोरोना पॉज़ीटिव का प्राकृतिक उपचार

यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉज़ीटिव घोषित हुआ है, परन्तु स्थिति बहुत ख़राब नहीं है तो वह निम्नलिखित प्राकृतिक उपचार द्वारा सरलता से स्वस्थ हो सकता है।

1. सबसे पहले पीड़ित को अलग कमरे में रखें जिसके साथ बाथरूम जुड़ा हो। यदि यह कमरा सबसे ऊपर की मंज़िल पर हो, तो बेहतर, ताकि ताज़ा हवा मिले।
2. पतंजलि की कोरोनिल दवा का सेट तुरन्त मँगा लें और उसका विधिवत सेवन प्रारम्भ कर दें।
3. पीड़ित को केवल गुनगुना जल ही पीने के दें। चाहे बार-बार गर्म करना पड़े। हर घंटे डेढ़ घंटे पर गुनगुना जल पिलायें।
4. सुबह दोपहर शाम यानी दिन में तीन बार निम्न क्रियायें करें-
– नींबू-शहद-मिश्रित गुनगुना जल पीना।
– नाक और मुँह से भाप खींचना।
– भस्त्रिका प्राणायाम 5 मिनट
5. यदि पीड़ित को बुख़ार हो तो प्रतिदिन तीन बार (सुबह दोपहर शाम) उसके माथे और पेडू पर ठंडे पानी की पट्टियाँ लगभग 20 मिनट रखिए।
6. यदि कमजोरी न हो तो अपने दैनिक व्यायाम और प्राणायाम प्रात:काल अवश्य कर लें।
7. घर का बना सात्विक और ताज़ा भोजन करें।
8. प्रसन्न रहें और अच्छी पुस्तकें पढ़ें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें और अपने प्रभु पर विश्वास रखें।

डॉ. विजय कुमार सिंघल

नाम - डाॅ विजय कुमार सिंघल ‘अंजान’ जन्म तिथि - 27 अक्तूबर, 1959 जन्म स्थान - गाँव - दघेंटा, विकास खंड - बल्देव, जिला - मथुरा (उ.प्र.) पिता - स्व. श्री छेदा लाल अग्रवाल माता - स्व. श्रीमती शीला देवी पितामह - स्व. श्री चिन्तामणि जी सिंघल ज्येष्ठ पितामह - स्व. स्वामी शंकरानन्द सरस्वती जी महाराज शिक्षा - एम.स्टेट., एम.फिल. (कम्प्यूटर विज्ञान), सीएआईआईबी पुरस्कार - जापान के एक सरकारी संस्थान द्वारा कम्प्यूटरीकरण विषय पर आयोजित विश्व-स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में विजयी होने पर पुरस्कार ग्रहण करने हेतु जापान यात्रा, जहाँ गोल्ड कप द्वारा सम्मानित। इसके अतिरिक्त अनेक निबंध प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत। आजीविका - इलाहाबाद बैंक, डीआरएस, मंडलीय कार्यालय, लखनऊ में मुख्य प्रबंधक (सूचना प्रौद्योगिकी) के पद से अवकाशप्राप्त। लेखन - कम्प्यूटर से सम्बंधित विषयों पर 80 पुस्तकें लिखित, जिनमें से 75 प्रकाशित। अन्य प्रकाशित पुस्तकें- वैदिक गीता, सरस भजन संग्रह, स्वास्थ्य रहस्य। अनेक लेख, कविताएँ, कहानियाँ, व्यंग्य, कार्टून आदि यत्र-तत्र प्रकाशित। महाभारत पर आधारित लघु उपन्यास ‘शान्तिदूत’ वेबसाइट पर प्रकाशित। आत्मकथा - प्रथम भाग (मुर्गे की तीसरी टाँग), द्वितीय भाग (दो नम्बर का आदमी) एवं तृतीय भाग (एक नजर पीछे की ओर) प्रकाशित। आत्मकथा का चतुर्थ भाग (महाशून्य की ओर) प्रकाशनाधीन। प्रकाशन- वेब पत्रिका ‘जय विजय’ मासिक का नियमित सम्पादन एवं प्रकाशन, वेबसाइट- www.jayvijay.co, ई-मेल: [email protected], प्राकृतिक चिकित्सक एवं योगाचार्य सम्पर्क सूत्र - 15, सरयू विहार फेज 2, निकट बसन्त विहार, कमला नगर, आगरा-282005 (उप्र), मो. 9919997596, ई-मेल- [email protected], [email protected]

One thought on “कोरोना पॉज़ीटिव का प्राकृतिक उपचार

  • डॉ. सदानंद पॉल

    बहुत अच्छा मार्गदर्शन, सर🙏
    पर ‘कोरोनिल’ की मान्यता अभी है क्या ?
    आशा है, आप सपरिवार स्वस्थ व सानंद होंगे !

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