सामाजिक

घर में रहकर करें स्वस्थ्य मनोरंजन बच्चों के लिए

कोरोना संक्रमण काल मे लॉगडाउन के समय घरों में ही रहना बेहतर होता है।संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।घर मे रहकर बच्चे,जवान,बुजुर्ग तनावमुक्त होकर स्वस्थ्य मनोरंजन करना चाहिए।धार्मिक,काव्य,कहानियों,राष्ट्रीय किताबों को पढ़ना,हास्य सम्बंधी टीवी पर कार्यक्रम,घेरलू खाद्य सामग्री बनाने में मदद,घर मे लगाए बगीचों,क्यारियों में पानी देना ,बच्चों के साथ बदल बदल कर गेम खेलना,कहानियां सुनाना,गाने,संगीत सिखाना आदि से घर मे रहकर स्वस्थ्य मनोरंजन किया जा सकता है।देखा जाए तो बचपन मे पत्तो से,कंघी के पीछे कागज लगाकर,धागे की गिट्टी के एक सिरे पर पतला कागज या मकड़ी के जाले का सफेद पर्दा लगाकर,आम की गुठली को घिसकर, अंगूठा और अंगुली के बीच हवा फूंककर,गले के कंठ को थपथपा कर,नाक का एक तरफ का छेद बंद कर,पेड़ो के पत्तों को गोल कर पुंगी बना कर,जबान के ऊपरी हिस्से पर कागज या पत्ता रखकर ,दोनों हाथों की हथेलियां मोड़ कर शंख नुमा बनाकर आदि द्वारा मनोरंजन कर गाने की धुन बजाने जैसे कार्य कर बच्चों में जिज्ञासा एवं प्रेरणा बिना पैसे खर्च किए कर सकते है।

— संजय वर्मा “दृष्टि”

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /[email protected] 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच