दुआ करें
सब जन आज मन से दुआ करें।
अस्वस्थ जनों हित अदा करें।
अपने लिए तो खूब मांगी हैं मन्नत खुदा से
सबके लिए आज इबादत करें।
समय चला जालिम की तरह।
कर सको तो भला करें।
तेरा मेरा सब भूल वफा करें।
कड़वा घूंट भले पीना पड़े।
मौत को एक तरफ करना पड़े।
मन बेचारा धुआं करें।
दिल सहारा बन दुआ करें।
मौका मिले तो सेवा करें।
आग के दरिया से बचा करें।
धन के मोह को भुला करें।
सेवा धर्म की पूजा-अर्चना किया करें।
— डॉ.कान्ति लाल यादव