समझदार
सुधा जी के पति की मृत्यु के बाद, महानगरों में बसे उनके दोनों बच्चों में होड़ लग गई थी उनको अपने पास रखने की।
आखिर, मां से ज्यादा विश्वासपात्र कौन हो सकता था… जो घर की देखभाल भी करता और पगार भी न मांगता।
आज की पीढ़ी काफी समझदार हो चुकी है।
अंजु गुप्ता