सिर्फ एक मास्क नहीं, डबल मास्क!
अधिकांश देशों में कोविड-१९ की तथाकथित दूसरी या तीसरी लहर के दौरान मास्क लगाने एवं २ मास्क लगाने को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। मास्क अब हमारे लिए नियमित पहनने की वस्तु बन गए हैं। मैचिंग मास्क से लेकर डिज़ाइनर तक, कार्टून और सुपर हीरो की तस्वीर वाले मास्क भी बाजार एवं ऑनलाइन उपलब्ध है। मास्क भी भोजन, पानी, वस्त्र के प्रकार एक आवश्यकता बन गया है।
कोविड-१९ ने पूरी दुनिया को हिला दिया और अपने घुटनों पर ला दिया है। महाशक्तियों से लेकर शक्तिहीन लोगों तक, हम सभी को अंततः हर सांस के मूल्य का एहसास हुआ। हालत हर एक दिन बिगड़ते जा रहें हैं , जिससे स्वस्थ्य कर्मियों के साथ-साथ आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले के कार्यकर्ताओं तथा उनके परिवारों को भी मुश्किल समय का सामना करना पड़ रहा है।
कोविड-१९ के प्रकोप ने हमें मास्क पहनने के महत्व को सिखाया है। ये मास्क घातक वायरस के संचरण को कम करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाते हैं। हालांकि, अकेले मास्क जोखिम को कम नहीं करता है। यह उचित तरीके से हाथ धोने तथा सैनिटाइज़र के इस्तेमाल के साथ होना चाहिए।
एक मास्क कैसे काम करता है? जब एक संक्रमित व्यक्ति बातचीत करता है, छींकता है, खाँसता है या साँस लेता है, तो वायरस को ले जाने वाली सूक्ष्म बूंदें हवा में यात्रा करती हैं और एक स्वस्थ व्यक्ति के अन्दर चली जाती हैं। इसे रोकने के लिए, मास्क एक मुखौटा या एक बाधा के रूप में कार्य करता है जिसमें छितरी हुई बूंदें अटक जाती हैं। मास्क की प्रभावकारिता उनके प्रकार के आधार पर भिन्न होती है। मुख्य रूप से तीन प्रकार के मास्क होते हैं: घर का बना मास्क (दो या तीन-स्तरित), एन 95 और सर्जिकल मास्क।
एन 95 मास्क सबसे प्रभावी हैं और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए आवश्यक है , जो संचरण क्षेत्रों में वायरस के संपर्क में हैं। जो भी मास्क उपयोग करते हैं, यह चेहरे पर ठीक से लगा होना चाहिए और नाक और मुंह दोनों को ढकना चाहिए।
बहुत सारे शोध चल रहे हैं क्योंकि दुनिया भर में कोरोनो वायरस के कई नए रूप सामने आए हैं। इसलिए ‘डबल मास्किंग’ आजकल की जरूरत है और इस पर जोर दिया जा रहा है। अत्यधिक संक्रामक म्यूटेंट के उदय ने एक समय में दो मास्क लगाने जैसे अधिक निवारक उपायों की आवश्यकता को बताया गया है। उचित सावधानियों के साथ, हम निश्चित रूप से कोरोनो वायरस के खिलाफ इस लड़ाई को जीतेंगे। और यह मुश्किल समय भी गुजर जाएगा!
तो सिर्फ एक मास्क नहीं डबल मास्क!
~ रूना लखनवी