हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा आयोजित युवा साहित्य कला संवाद
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा रविवार 9 मई को ऑनलाइन युवा साहित्य कला संवाद का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी सचीव आदरणीय श्री कर्म सिंह जी द्वारा की गई । कार्यक्रम का आयोजन संपादक श्री हितेन्द्र शर्मा द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन रविता चौहान द्वारा सरस्वती मंत्रोच्चारण से बख़ूबी किया गया ।
युवा साहित्य कला संवाद में हिमाचल के कुछ जिलों में से युवा कवि कवित्रियों ने भाग लिया जिसमें की रविता चौहान जिला सिरमौर , रेखा ठाकुर जिला शिमला , प्रियंका नेगी जिला किन्नौर ,उत्तम सूर्यवंशी जिला चंबा, और राजीव डोगरा जिला कांगड़ा से मौजूद थे।रेखा ठाकुर ने ,जब समय क्षण भर थम गया,कोरोना संताप,युवा यह क्या हुआ जैसी रचनाएं सुनाई व दर्शकों को अपनी रचना के माध्यम से कोरोना से बचने का संदेश भी दिया ।
जिला किन्नौर से प्रियंका नेगी ने इंसानों की बस्ती में इंसानियत बदलती नजर आई कविता सुनाई ।भाषा अध्यापक राजीव डोगरा द्वारा जिंदगी तेरा कोई पता नहीं, दिल लगाते रहेंगे, बचपन ,संभाल ले खुदा, तेरा सहारा जैसी रचनाएं प्रस्तुत की । जिला चम्बा से उत्तम सूर्यवंशी ने जिन्दगी जरूरी है तू मेरे लिए , कोई जमीन हो गया कोई आसमान हो गया, मेरे देश का इंसान कहाँ खो गया आदि रचनाएं सुनाई व चंबा जाना जरूर है गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया ।
•नास्ति मातृ समो गुरु श्लोक का पाठ कर रविता चौहान ने मातृ दिवस के शुभ अवसर की सभी को बधाई देते हुए •गलत रविता कहां किरदार से परदा उठा देना ग़जल मधुर कंठ में प्रस्तुत कर दर्शकों से वाह वाही लूटी।
कार्यक्रम संपादक हितेंद्र शर्मा ने मंच संचालन में सहयोग दिया व अपनी रचनाएं व गीत भी प्रस्तुत किया । अकादमी सचीव डॉ.कर्म सिंह ने अध्यक्षता ख़ूब निभाई व युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपनी संस्कृति का संरक्षण करें।उन्होंने कहा कि उनका प्रयास सदैव नवोदितों को जोड़ना उन्हें प्रोत्साहित करना होता है।अकादमी साहित्य के क्षेत्र में युवाओं का सदैव उचित मार्गदर्शन करेगी । उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी युवा कवि कवित्रियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी कार्यक्रम को दर्जनों दर्शक ऑनलाइन देख रहे थे।जिन्होंने संदेश के माध्यम से अकादमी अकादमी के कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की ।
राजीव डोगरा ‘विमल’