माँ
माँ इश्क़ है
पिता –
पूर्ण इश्क़ की भागीदारी
एक जन्नत है दोनों से
नहीं तो दुनिया की है बेरोज़गारी
इश्क़ के बिना रंग नहीं
भागीदारी के बिना जंग नहीं
जंग के बिना दुनिया नहीं
दुनिया इश्क़ है
माँ इश्क़ का हिस्सा
जहाँ से मोहब्बत की
शुरुआत होती है
— शिखा सिंह