कविता

सिंपलिसिटी माने

बचपन से एक प्रश्न
मन में उत्तर पाने को
यथावत है-
अगर हम
‘चाँद’ पर बस गए,
तो किसे देख
‘ईद’ मनाएंगे ?
प्लीज डोंट
अनोदर माइंड !
××××
वैसे बामसेफी,
नास्तिक
पति देखा है,
जिनकी पत्नी
‘वट-सावित्री’ में
लीन रहती हैं,
बावजूद पति उन्हें
तलाक तक नहीं देते !
××××
इ नेतवा लोगन
अपन फ़ोटो
हाथ जोड़े
काहे कु
खिंचवाअत है !
कउनो को मालूम ?
××××
ज्यों-ज्यों
लॉकडाउन का अंत
नजदीक आ रहा है,
कोरोना अपनी कहर
और भी
बरपा रहे हैं !
××××
अगर आपके
विचारों में
सुंदरता नहीं
झलकती है,
तो चेहरे
और देह की
सुंदरता
बेहद ‘फीकी’ है !
××××
‘सिंपलिसिटी’
आपकी सफलता के
प्रतिशत को
बढ़ा सकती है !
वाकई में !
××××
श्रेष्ठ व्यक्ति को
कितना भी धन मिले,
किन्तु वह
अपने उसूलों
और मूल्यों पर
टिके रहते हैं,
डिगते नहीं !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.