कविता

क्या हुआ इस दुनिया मे

क्या हुआ इस दुनिया मे ,
ना जाने किस गली मे खो गई ,
ना तुम्हारा पता ना तेरी यादों का ,
एक सपना जो देखा था मैने ,

कहां वो गुम हो गई ,
किसी की सांसे अटक गई ,
किसी की आवाजें चली गई ,
कोई दुनिया छोड़ गया ,

तो कोई दुनिया भूल गया ,
ना जाने क्या होगा इस दुनिया का ,
कोई रास्ते भटक गया ,
तो किसी की नजरें भटक गई ,

कोई मुझे भूल गया ,
तो कोई तुझे भूल गया ,
कब किसी की चीख सुनायी देगी ,
कब किसी का दर्द सुनायी पड़ेगा ,

ये कोई नही जानता है ,
कल क्या होगा ,
किसी की बारात निकलेगी ,
या किसी की मैय्यत निकलेगी ,

क्या विश्वास इस अजनबी ,
अनचाहा , अंधविश्वासी संसार का ,
आज बाते कर रहे है ,
कल मेरी लाशे गिनी जायेगी ,

क्या है इस नश्वर पिंजरे का ,
कोई नही जानता ?

रूपेश कुमार

भौतिक विज्ञान छात्र एव युवा साहित्यकार जन्म - 10/05/1991 शिक्षा - स्नाकोतर भौतिकी , इसाई धर्म(डीपलोमा) , ए.डी.सी.ए (कम्युटर),बी.एड(फिजिकल साइंस) वर्तमान-प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी ! प्रकाशित पुस्तक ~ *"मेरी कलम रो रही है", "कैसें बताऊँ तुझे", "मेरा भी आसमान नीला होगा", "मैं सड़क का खिलाड़ी हूँ" *(एकल संग्रह) एव अनेकों साझा संग्रह, एक अंग्रेजी मे ! विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओ मे सैकड़ो से अधिक कविता,कहानी,गजल प्रकाशित ! राष्ट्रीय साहित्यिक संस्थानों से सैकड़ो से अधिक सम्मान प्राप्त ! सदस्य ~ भारतीय ज्ञानपीठ (आजीवन सदस्य) पता ~ ग्राम ~ चैनपुर  पोस्ट -चैनपुर, जिला - सीवान  पिन - 841203 (बिहार) What apps ~ 9934963293 E-mail - - [email protected]