बतकही
किसी ने कहा-
सम-भोग भी ‘योग’ है !
पर यह
कितना प्रतिशत सही है ?
मैं तो कुँवारे हूँ,
आप से पूछता हूँ !
××××
सिंह ‘सुशांत’ के
आत्महंता या हंता से
देश की मीडियाओं का
रजपूतीकरण
तो नहीं हो रहा ?
××××
नानी की एक बतकही
बचपन में जब कभी
चमकी बुखार होते,
तो बकरी दूध की पट्टी
‘सिर’ पर चस्पाने,
हटाने-चस्पाने से
बुखार होती थी छूमंतर ?