हर कोई सुखी, पर दुःखी है मानव
इंटर कक्षाओं से
संस्कृत मिटा दिए !
संस्कृत विद्वान
कालिदास जयंती मनाने
क्या प्रासंगिक होंगे?
कालिदास जयंती पर
सादर नमन !
हम कोरोना के विरुद्ध
सुरक्षित और संयमित
जीवन न बिताकर
आस्थात्मक परम्परा
कायम रखने को लेकर
कोर्ट चले जाते हैं?
फिर महामारी
कैसे भागेगी?
किसी के दुःख में
दुःखी होना ही
महानता नहीं है,
अपितु उस दुःख को
दूर करना
और निदान ढूढ़ना ही
महत्त्वपूर्ण है !
वाकई में
किसी के दुःख में
दुःखी होकर
कर्त्तव्य को
इतिश्री कर लेना
उचित नहीं,
अपितु उनके दुःखों को
दूर करने का
निदान भी
ढूँढ़ना चाहिए !