रसगुल्ली से प्यार
काला जामुन हूँ मैं,
किसी रसगुल्ली से
करता हूँ प्यार !
लॉकडाउन में
पड़ी दरार,
फिर भी बेकरार !
उसने मुझे देख,
फिर से मुस्करा दी !
बावजूद मुझे नहीं पता
कि वो मुझसे,
प्यार करती भी
या नहीं !
स्वामी जी ने
एक प्रयास तो किए,
वरना हमसब
निठल्ले हो
गपोरबाजी ही
कर रहे हैं,
क्यों भयबा ?
डाकिये को
मालूम,
मेरा कोई नहीं
है पता !
क्योंकि मैं हूँ
अघोषित
या सच में लापता !