खानदानी
खानदानी हैं वो, खानदानी पसन्द है,
हर कदम-कदम पर बेइमानी पसंद है,
अवसान हिंदुओं का इस देश में होवे
युवराज को चंगेज की कहानी पसंद है।
बावन के हुए वह मगर बच्चे हैं अभी भी
दादी नहीं ,इटली की नानी पसंद है।
जो देश भक्त हैं उन्हें अच्छे नहीं लगते,
लल्ला को चीन-पाक की बानी पसंद है।
सुरेश मिश्र