सभी आराध्यों को नमन
नमन करत वन, नमन करत थल,नमन करत रब,नभ, बरगद,जल। जलकर छलकर,करम न कर नर,नमन अमर कर,गहब खलक फल। फल पर
Read Moreनमन करत वन, नमन करत थल,नमन करत रब,नभ, बरगद,जल। जलकर छलकर,करम न कर नर,नमन अमर कर,गहब खलक फल। फल पर
Read Moreदीपक की बाती-सा शिक्षक,ईश्वर की पाती-सा शिक्षक,द्रोण,दधीच,फुले, कृष्णन कीहै भारत में थाती शिक्षक। खुद जलकर देवे उजियारा,तुमने हिय के तम
Read Moreधन बरसत तब जब धन हरषत,नमन करत जग,हरदम शत-शत। शत दल कमल बसत, अब तजकर,मम पर धर कर, हम सब
Read Moreजाने हों,अनजाने, अच्छे नहीं लगते ।।बिना वजह ताने, अच्छे नहीं लगते ।। यादों की शहनाइयां बजती हों उनकी दिल में,तब
Read Moreझम-झम बरसत,मन मम तरसत,कब तक लखब सजन पथ न। पल-पल कट-कट करत ननद घर,कब लग सहब सजन हम डर-डर,नभ घन
Read Moreबहुत हुआ अपमान, तुम्हारी ऐसी-तैसीकपटी,झूठिस्तान,तुम्हारी ऐसी-तैसी। जो खुद हिंदू नहीं,खड़ा हो संसद में,पेल रहा है ज्ञान,तुम्हारी ऐसी-तैसी। भारत के दुश्मन
Read Moreआगमन-प्रस्थान धरती,पर हमेशा ही चलेगा,प्रश्न यह है,आपने –अपनी तरफ से क्या किया है? इस धरा ने हम सजीवों,के लिए सब
Read More