कविता

सौगात

देना चाहते हो अगर
सौगात किसी को
तो दे दो खरा सा
अपनापन उसे
की इसकी चमक
कभी धुंधली नही
होती ,ना ही कभी
ख़राब होता है रूप
थोड़ी आत्मीयता,
थोड़ा ख़याल,
कर देता है बड़ी
तकलीफों को भी कम
इसे खरीद नही सकते
पर इसकी कीमत कभी
चुका भी नही सकते
जिसे मिल जाती है
अपनेपन की सौगात
उसे कुछ और पाने की
चाह शायद ही रह जाती हो।

— सविता दास सवि

सविता दास सवि

पता- लाचित चौक सेन्ट्रल जेल के पास डाक-तेजपुर जिला- शोणितपुर असम 784001 मोबाईल 9435631938 शैक्षिक योग्यता- बी.ए (दर्शनशास्त्र) एम.ए (हिंदी) डी. एल.एड कार्य- सरकारी विद्यालय में अध्यापिका। लेखन विधा- कविता, आलेख, लघुकथा, कहानी,हाइकू इत्यादि।