कविता सविता दास सवि 16/08/202416/08/2024 तलब फीकी चाय कीआदत लगी जबसेमिठास जिंदगी कीमुंह चिढ़ाने लगी औरमैं ढूंढने में व्यस्त हूंएक बड़े से कमरे काएक छोटा सा Read More
कविता सविता दास सवि 21/07/202421/07/2024 वर्षा वर्षा आई,मन में कितनेरोष लिए,आसमां ने हवालेकर दिया ज़मीन के,और उसनेसींच दिया अपने दुखों सेपेड़- पौधे खेत- खलिहानमैं बचा रही Read More
कविता सविता दास सवि 03/05/202403/05/2024 मोक्ष शब्दों में ढलती है आत्मादूर तक यात्रा करती हैदेखती है आग तोधुआं बन जाती हैदेखकर तितलीफूल बन जाती हैसागर के Read More
कविता सविता दास सवि 30/01/2024 सपने बड़े सुनहरे हैं सपने घुल जाते हैं सांझ की आभा में, बनकर गुलाबी डूब जाते हैं नदी में, दिल से Read More
कविता सविता दास सवि 05/10/202305/10/2023 इमारत कविताओं के शहर में एक छोटा सा, किराए का मकान है मेरा बड़ी ऊंची इमारते हैं यहाँ आसमान से बातें Read More
कविता सविता दास सवि 18/09/2023 अधूरा_ दिन सिमटने लगे,विस्तार अपना मिटाकरकाँस के फूलउत्सवों केप्रतिनिधि बने,हरे-भरे खेतसोने की बालियां पहनेघरों में जाने काइंतजार करने लगे,उमस भरी दुपहरीकुम्हलाने Read More
लघुकथा सविता दास सवि 26/09/2021 भूत अचानक कुछ घसीटने की आवाज़ से पूनम की नींद खुल गई, नौ महीने की बेटी गहरी नींद में थी। पूनम Read More
कविता सविता दास सवि 16/09/2021 तय है तय है शाम का आना तय है फिर उदासी में डूब जाना बुहार के रखते हैं तेरी यादों की ज़मीं Read More
कविता सविता दास सवि 27/06/202129/06/2021 सौगात देना चाहते हो अगर सौगात किसी को तो दे दो खरा सा अपनापन उसे की इसकी चमक कभी धुंधली नही Read More
कविता सविता दास सवि 09/02/202109/02/2021 तुम्हारी पहुंच से तोड़ सकते हो शिलाखण्ड प्रचंड प्रहार से रोक सकते हो नदी का प्रवाह तटबन्ध से पर मेरा अस्तित्व सिर्फ मेरे Read More