कठिन हो राह संघर्ष की
कुछ कोशिशें बेकार हो ज़रूरी नही सब असरदार हो कठिन हो राह संघर्ष की और सफलता शानदार हो…. जीवन का
Read Moreकुछ कोशिशें बेकार हो ज़रूरी नही सब असरदार हो कठिन हो राह संघर्ष की और सफलता शानदार हो…. जीवन का
Read Moreहाँ! कविताएँ लिखती हूँ मैं क्योंकि मेरे अंदर एक बीज गड़ा है उपेक्षाओं, कुंठाओं शोक, हर्ष , हताशा जुगनू सी
Read Moreजान कितनी सस्ती हो गयी ना लोगो की या किसी धर्म या दल का होना ही अपराध हो गया निरीह
Read Moreउमड़ते घुमड़ते रहे बादल अंतस में नीर बन बह ना सके नैनों से फिर मेरी कविता चूक गई उस तक
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